अंतर्राष्ट्रीय मदर अर्थ डे के शुभ अवसर पर आरवीएस इंटरनेशनल स्कूल ने स्पेशल एसेम्बली में पृथ्वी को हरा-भरा व इस मनमोहक ग्रह की खूबसूरती को बेहतर तरीके से संरक्षित रखने के प्रति एक बहुत ही प्रभावकारी व शिक्षाप्रद संदेश जनमानस के सम्मुख रखा | इस विश्व-प्रसिद्ध दिन की 45वीं वर्षगांठ पर बच्चों ने पृथ्वी की हरियाली बनाए रखने की महत्ता पर प्रकाश डाला |
इस शुभ अवसर पर सुबह से ही सारे बच्चों का उत्साह चरम पर था | रंग-बिरंगे परिधानों में सजे-सँवरे बच्चों ने एक अलग ही समां बांध रखा था | एक विशेष गीत का भी बच्चों ने प्रस्तुतीकरण पेश किया |
हरियाली की महत्ता को आकर्षक तरीके से जनमानस के सम्मुख रखने के दृष्टिकोण से बच्चों ने गुलमोहर, अशोक, चितवन, गुलाब व अन्य मौसमी वृक्षों का प्रांगण में रोपण किया व कहा कि ग्रह की हरियाली से अनेकानेक फायदे होते हैं | वृक्ष न केवल हमारी ऑक्सीज़न की पूर्ति करतें हैं बल्कि हमारी जैव-विविधता, पर्यावरण संतुलन , समस्त वायुमंडल तथा मानव के साथ-साथ वनस्पति व जन्तु समूह का भी अस्तित्व बरकरार रखने में अपनी अति महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं |
इस अवसर पर एक बच्चे ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव श्री बान की-मून के संबन्धित दो शब्द “ मैं विश्व के सब लोगों से अनुरोध करता हूँ कि वे अपनी आवाज़ को उठाएँ | इस ग्रह की ओर से कहें जो हमारा इकलौता गृह है | आईये हम सब मिलकर अपनी पृथ्वी माता की देखभाल करें जिससे वो हमारी भी उसी तरह देखभाल करे जिस तरह अब तक करती आई है | “ संयुक्त राष्ट्र महासचिव के कथित इस महत्वपूर्ण वक्तव्य ने इस दिवस की महत्ता पर काफी असरदार प्रभाव डाला |
बच्चों ने यह भी जानकारी दी कि अमेरिका स्थित राज्य विन्स्कोंसिन के भूतपूर्व अमेरिकी सभासद श्री गेलॉर्ड नेल्सन की यादगार पहल पर सन 1970 ई० में इस नेक कार्य का शुभारंभ किया गया था | बच्चों ने उन महान पुरुष को इस नेक पहल के लिए कोटि-कोटि धन्यवाद दिया |
प्रधानाचार्या श्रीमती लिलियन पीटरसन ने इस अच्छे व नेक कार्य के लिए बच्चों की हौसला आफजायी की व कहा कि आज के जमाने के बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ अन्य कई सारी गतिविधियों में भी अच्छी ख़ासी जानकारी रखते हैं | उन्होने बच्चों के उज्जवल भविष्य की भी कामना की |